tag:blogger.com,1999:blog-1051165835151252409.post6714261016709156606..comments2023-09-16T05:51:18.539-07:00Comments on नुक्ताचीनी: एक मुल्क - दो कानूनsarita argareyhttp://www.blogger.com/profile/02602819243543324233noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-1051165835151252409.post-45946433747131200582009-01-18T02:19:00.000-08:002009-01-18T02:19:00.000-08:00नाजायज़ औलादों और एड्स को उलेमाओं ने औरत की आज़ाद ख्...नाजायज़ औलादों और एड्स को उलेमाओं ने औरत की आज़ाद ख्याली का नतीजा बताया ।' - यंहां आज़ाद ख्याली को गलत संदर्भों में इस्तेमाल किया गया है. आज़ाद ख्याली और पश्चिमी सोच का अनुसरण अलग अलग चीज़ें हैं.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1051165835151252409.post-78938599206758939042009-01-15T10:16:00.000-08:002009-01-15T10:16:00.000-08:00आपने बढिया सवाल उठाया है। लेकिन हमें यह भी जानना ह...आपने बढिया सवाल उठाया है। लेकिन हमें यह भी जानना होगा कि कोई भी कानून बहुत सारे बातों को ध्यान में रख कर ही बनाये जाते हैं। हमारे यहां कानून दो तरह के हैं एक फौजदारी दसूरा सामाजिक। फौजदारी मामले में सभी के लिये कानून एक है। यदि कोई हत्या का अपराधी तो उसे उसी हिसाब से सजा मिलेगा धर्म के आधार पर नहीं. पर सामाजिक और धार्मिक स्थितियां हमारे यहां एक दम अलग है। इसलिये उसे उसी हिसाब से छुट दी जाती है। हमारे यहां बाल विवाह गैरकानूनी है लेकिन क्या वह रूक पाया नहीं क्योंकि सामाजिक रचना ऐसी है। जब जागरूकता आयेगी तो अपने आप सब कुछ ठीक हो जायेगा। सामाजिक क्षेत्र में बने कानून एक हद तक ही बुराईयों के रोक पाता है जरूरी है शिक्षा का प्रसार। खासकर महिलाओं का जागरूक होना बेहद जरूरी है। एक पुरूष शिक्षित होता है तो एक पुरूष ही शिक्षित होता है लेकिन यदि एक महिला शिक्षित होती है तो पूरा परिवार शिक्षित होता है।राजेश कुमारhttps://www.blogger.com/profile/03022479793930240428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1051165835151252409.post-26800293235780558872009-01-15T08:34:00.000-08:002009-01-15T08:34:00.000-08:00बात है तो सच पर आवश्यकता इस बात की है कि इस मुद्दे...बात है तो सच पर आवश्यकता इस बात की है कि इस मुद्दे से जोर शोर से उठाया जाना चाहिए .महेन्द्र मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/00466530125214639404noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1051165835151252409.post-70989489475452583982009-01-15T05:53:00.000-08:002009-01-15T05:53:00.000-08:00bahut sahi...bilkul sahi kaha aapne...bahut sahi...bilkul sahi kaha aapne...Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/17320191855909735643noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1051165835151252409.post-54511332470831717162009-01-15T04:15:00.000-08:002009-01-15T04:15:00.000-08:00Bahut sahi mudda uthaya aapne..........par ispar k...Bahut sahi mudda uthaya aapne..........par ispar khulkar bolega sunega koun???? aur rok lagane wale kaanoon ne to apni aankhen aur haath dono bandh rakha hai .रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.com