tag:blogger.com,1999:blog-1051165835151252409.post4347118363437356405..comments2023-09-16T05:51:18.539-07:00Comments on नुक्ताचीनी: भोपाल की मुस्लिम औरतें और तलाकsarita argareyhttp://www.blogger.com/profile/02602819243543324233noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-1051165835151252409.post-47673699648033842942008-11-11T09:24:00.000-08:002008-11-11T09:24:00.000-08:00अच्छा लिखा है !अच्छा लिखा है !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1051165835151252409.post-22613615240771860502008-11-06T06:29:00.000-08:002008-11-06T06:29:00.000-08:00accha lekh appkapr talak shayad personnaly i feeln...accha lekh appka<BR/>pr talak shayad personnaly i feel<BR/>neither hindu or muslim<BR/>its some what not desirable<BR/>but happens in some circumstancesmakrandhttps://www.blogger.com/profile/14750141193155613957noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1051165835151252409.post-44773733268223602682008-11-06T04:38:00.000-08:002008-11-06T04:38:00.000-08:00मैंने पहले भी आपका लिखा पढ़ा है। आप हमेशा ही बहुत ...मैंने पहले भी आपका लिखा पढ़ा है। आप हमेशा ही बहुत तथ्यपरक पोस्ट लिखा करती हैं। ज़ाहिर है ब्लॉग पर कुछ लिखने से पहले अच्छी-खासी मेहनत भी करती हैं। इसके लिए साधुवाद। बहरहाल, मुस्लिम औरतों की दिलचस्पी अगर तलाक में बढ़ रही है, तो मोटे तौर पर इसके दो मायने हो सकते हैं। अव्वल तो अब मुस्लिम औरतें मर्दों का ज़ुल्म और सहने को तैयार नहीं हैं और दूसरा ये कि तलाक के रास्ते परिवारों के टूटने से सामाजिक मूल्यों का ह्वास भी हो रहा है।सुप्रतिम बनर्जीhttps://www.blogger.com/profile/16272872839681422930noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1051165835151252409.post-56602232064042333582008-11-05T21:40:00.000-08:002008-11-05T21:40:00.000-08:00मेरे पास आने वाली हर दूसरी या तीसरी मुस्लिम मरीज अ...मेरे पास आने वाली हर दूसरी या तीसरी मुस्लिम मरीज अपने ससुराल वालों और पति से प्रताङित होती है...पर किससे कहें...क्यों कि पुरूषों की अति प्रधानता वाले समाज मैं कोइ सुनने को तैयार नहीं उनकी सिसकियां...हमारी धर्म निरपेक्ष सरकार भी नहीं ....क्या प्रत्येक नागरिक को समान अधिकार का दावा करने वाला हमारा संविधान सिर्फ एक ढकोसला मात्र नहींdrdhabhaihttps://www.blogger.com/profile/07424070182163913220noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1051165835151252409.post-6858890299079459352008-11-05T05:36:00.000-08:002008-11-05T05:36:00.000-08:00जहाँ परस्पर प्रेम और आदर ख़त्म होगा वहां तलाक की ब...जहाँ परस्पर प्रेम और आदर ख़त्म होगा वहां तलाक की बात उठेगी.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/10037139497461799634noreply@blogger.com